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कोलकाता भारत की राजधानी कब बना था ?


व्यापार के बहाने सबसे पहली बार अंग्रेज़ बंगाल ही आये थे। धीरे – धीरे जब वह मज़बूत स्तिथि में आ गए तो युद्धों के ज़रिए भारत के हिस्सों पर कब्ज़ा करना शुरू कर दिया। सबसे पहले उन्होंने बंगाल पर ही कब्ज़ा  किया था। बंगाल को निशाना बनाने की बड़ी वजह यह थी कि यहां व्यापार के लिए उचित व्यवस्था थी। कलकत्ता का बंदरगाह इनके लिए काफी मददगार साबित रहा। इसके माध्यम से वह आसानी से कच्चा माल भारत से बाहर भेजते थे एवं अपना माल यहां ला कर बेचते थे।


जब अंग्रेज़ भारत में बंगाल आये थे, तब Calcutta शहर आज की तरह विशाल नही था। अंग्रेज़ो ने धीरे – धीरे इस शहर को बसाना शुरू किया एवं इसे एक बड़े व्यापारिक केंद्र के रूप में स्थापित करना शुरू कर दिया। 1706 ईस्वी के आसपास कलकत्ता की कुल आबादी 10 से 12 हज़ार के आसपास ही थी। 1752 तक यह आबादी 1 लाख 20 हज़ार तक पहुंच गई। तब तक यह शहर काफी हद तक व्यवस्थित हो चुका था। तब तक अंग्रेजी हुकूमत राजधानी के रूप में मुर्शिदाबाद का ही उपयोग कर रहे थे।