अमेरिका कब आजाद हुआ ।
अमेरिका ने ब्रिटिश राज से पूरी तरह आजादी की घोषणा 4 जुलाई 1776 को की। American Revolution विश्व इतिहास की एक महत्वपूर्ण घटना है क्योंकि जब ब्रिटिश साम्राज्य का अमेरिका में सूरज डूब रहा था तब ब्रिटिश साम्राज्य का भारत में सूरज उदय हो रहा था। इसी के साथ ही अमेरिका को दुनिया की पहली modern democracy अथवा आधुनिक लोकतंत्र माना जाता है इसीलिए इस घटना की गहराई से जांच करना अत्यंत आवश्यक है।
चलिए आपको American Revolution की विभिन्न महत्वपूर्ण घटनाओं से एक बार अवगत कराते हैं।
अमेरिका ने ब्रिटिश राज से पूरी तरह आजादी की घोषणा 4 जुलाई 1776 को की। American Revolution विश्व इतिहास की एक महत्वपूर्ण घटना है क्योंकि जब ब्रिटिश साम्राज्य का अमेरिका में सूरज डूब रहा था तब ब्रिटिश साम्राज्य का भारत में सूरज उदय हो रहा था। इसी के साथ ही अमेरिका को दुनिया की पहली modern democracy अथवा आधुनिक लोकतंत्र माना जाता है इसीलिए इस घटना की गहराई से जांच करना अत्यंत आवश्यक है।
चलिए आपको American Revolution की विभिन्न महत्वपूर्ण घटनाओं से एक बार अवगत कराते हैं।
आपको यह जानकर आश्चर्य हो सकता है कि American Revolution की शुरुआत किसी युद्ध के साथ नहीं बल्कि एक युद्ध के खत्म होने के साथ होती है। 1763 में फ्रांस और ब्रिटेन ने आपस में संधि कर यह तय किया कि मिसिसिपी नदी उन दोनों राज्यों के बीच में उत्तर अमेरिका में सीमा होगी। और इसी संधि के साथ उन दोनों के बीच 7 साल से चला आ रहा युद्ध खत्म हो गया। युद्ध तो जरूर खत्म हुआ था परंतु युद्ध के परिणाम, American Revolution को जन्म देने वाले थे।
7 साल के युद्ध में ब्रिटिश साम्राज्य को बहुत ज्यादा खर्चा उठाना पड़ा और इस खर्चे को पूरा करने के लिए ब्रिटिश साम्राज्य ने बड़ी संख्या में loan लिए थे। अब इन loans को कहीं ना कहीं से तो भरना था। इन loans की पूर्ति के लिए ब्रिटिश साम्राज्य ने अपनी अमेरिकन कॉलोनी पर बहुत ज्यादा मात्रा में tax अथवा कर लगा दिए। जिन्होंने अमेरिका में रहने वाले लोगों को आजादी की प्रेरणा दी।
स्टांप एक्ट : ब्रिटिश साम्राज्य ने 1765 में एक स्टांप एक्ट पास किया। जिसका उद्देश्य भारी मात्रा में कर वसूल कर युद्ध के दौरान लिए गए कर्ज को पूरा करना था।आपको यह जानकर आश्चर्य हो सकता है कि इस tax का ज्यादातर भार गरीबों पर नहीं बल्कि अमीर व्यापारियों पर था। उन्होंने अपने प्रभाव में आने वाले लोगों के साथ मिलकर tax का विरोध करना चालू किया। और विरोध के लिए सबसे बड़ी दलील थी कि Taxation without representation, अर्थात ब्रिटिश राज अमेरिका पर tax लगाता है परंतु उसे किसी तरह का राजनीतिक प्रतिनिधित्व नहीं देता।
बोस्टन नरसंहार : जैसा कि हम पहले ही बता चुके हैं कि, ब्रिटिश राज के खिलाफ अमेरिका में धीरे-धीरे आवाजें उठने लगी थी। परंतु यह आवाजें हिंसक नहीं थी। परंतु बोस्टन में एक आंदोलन के दौरान ब्रिटिश सैनिकों ने उन पर गोलियां चला दी जिसमें कई लोगों की जान गई और जिसके बाद अमेरिका की कॉलोनी में रहने वाले लोगों ने ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ हिंसक आंदोलन शुरू कर दिया। बोस्टन में हुई इस नरसंहार की घटना से ही अंग्रेजो के खिलाफ विद्रोह की शुरुआत हुई। यह घटना 1770 में हुई थी।
बोस्टन टी पार्टी : American Revolution का यह हिस्सा भारत से जुड़ा है, चलिए आप को समझाते हैं कैसे ? 1773 में ब्रिटिश राज ने एक tea act पास किया जिसके अनुसार ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के पास चाय बेचने का एकाधिकार था। जी हां वही ईस्ट इंडिया कंपनी जिसने भारत पर लंबे समय तक राज किया।
बोस्टन शहर में इसका काफी विरोध हुआ, बात यहां तक पहुंच गई कि ईस्ट इंडिया कंपनी की चाय बहुत बड़ी मात्रा में समुद्र में फेंक दी गई इसी घटना को बोस्टन टी पार्टी कहा जाता है। इसी को आधार बनाकर ब्रिटिश सरकार ने Intolerance act पास कर दिया जिससे अमेरिका की जनता और भी ज्यादा भड़क गई।
पहली अमेरिकी कॉन्टिनेंटल कांग्रेस : अंग्रेज सरकार यह समझ गई थी कि अमेरिका में उनका विरोध लगातार बढ़ रहा है इसलिए अमेरिकी नागरिकों को उन्हें कुछ ना कुछ तो देना पड़ेगा। इसीलिए उन्हें पहली अमेरिकन कॉन्टिनेंटल कांग्रेस बनाने का अधिकार दिया गया। परंतु इस संस्थान के पास कुछ ज्यादा ताकत नहीं थी वह केवल अंग्रेजो की कठपुतली बनकर रह गया।
इसके बाद एक और घटना हुई जहां पर अमेरिकी क्रांतिकारियों के हथियार वाली जगह ब्रिटिश सरकार ने बहुत सारे सैनिक भेज दिये जहां पर बहुत खून खराबा हुआ इसके बाद यह पूरा संघर्ष हिंसक रूप ले चुका था।
स्वतंत्रता की घोषणा : 4 जुलाई 1776 को अमेरिका के विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधियों ने मिलकर, डिक्लेरेशन आफ इंडिपेंडेंस पर हस्ताक्षर किए और इसके साथ ही अमेरिका ब्रिटिश राज के कब्जे से बाहर निकल गया। परंतु यह हस्ताक्षर केवल एक औपचारिकता मात्र थे, क्योंकि अभी हिंसक रूप से ब्रिटेन से अमेरिका को वापस लेना था और इसके लिए इस संस्था ने जॉर्ज वाशिंगटन को अमेरिकी सेना का सेनापति नियुक्त किया।
सेरटोगा ,यॉर्कटाउन और पेरिस : सेरटोगा के युद्ध में अमेरिकी क्रांतिकारियों को पहली बार ब्रिटिश राज के खिलाफ जीत मिली। यह युद्ध कई महीनों तक और चलता रहा और इसके बाद एक दिन यॉर्कटाउन में ब्रिटिश सैनिकों ने अपने हथियार डाल दिए। इसके पश्चात अमेरिकी क्रांतिकारियों और ब्रिटिश राज के मध्य में पेरिस शहर में संधि हुई जिसके पश्चात अमेरिका पूर्ण रूप से एक आजाद मुल्क बन गया।
हमें उम्मीद है कि अब आपको इस सवाल का जवाब पूरी तरह मिल गया होगा कि ,अमेरिका कब आजाद हुआ ? ऐसी ही अन्य रोचक जानकारियों के लिए हमारे साथ बने रहे ।
आपको यह जानकर आश्चर्य हो सकता है कि American Revolution की शुरुआत किसी युद्ध के साथ नहीं बल्कि एक युद्ध के खत्म होने के साथ होती है। 1763 में फ्रांस और ब्रिटेन ने आपस में संधि कर यह तय किया कि मिसिसिपी नदी उन दोनों राज्यों के बीच में उत्तर अमेरिका में सीमा होगी। और इसी संधि के साथ उन दोनों के बीच 7 साल से चला आ रहा युद्ध खत्म हो गया। युद्ध तो जरूर खत्म हुआ था परंतु युद्ध के परिणाम, American Revolution को जन्म देने वाले थे।
7 साल के युद्ध में ब्रिटिश साम्राज्य को बहुत ज्यादा खर्चा उठाना पड़ा और इस खर्चे को पूरा करने के लिए ब्रिटिश साम्राज्य ने बड़ी संख्या में loan लिए थे। अब इन loans को कहीं ना कहीं से तो भरना था। इन loans की पूर्ति के लिए ब्रिटिश साम्राज्य ने अपनी अमेरिकन कॉलोनी पर बहुत ज्यादा मात्रा में tax अथवा कर लगा दिए। जिन्होंने अमेरिका में रहने वाले लोगों को आजादी की प्रेरणा दी।
स्टांप एक्ट : ब्रिटिश साम्राज्य ने 1765 में एक स्टांप एक्ट पास किया। जिसका उद्देश्य भारी मात्रा में कर वसूल कर युद्ध के दौरान लिए गए कर्ज को पूरा करना था।आपको यह जानकर आश्चर्य हो सकता है कि इस tax का ज्यादातर भार गरीबों पर नहीं बल्कि अमीर व्यापारियों पर था। उन्होंने अपने प्रभाव में आने वाले लोगों के साथ मिलकर tax का विरोध करना चालू किया। और विरोध के लिए सबसे बड़ी दलील थी कि Taxation without representation, अर्थात ब्रिटिश राज अमेरिका पर tax लगाता है परंतु उसे किसी तरह का राजनीतिक प्रतिनिधित्व नहीं देता।
बोस्टन नरसंहार : जैसा कि हम पहले ही बता चुके हैं कि, ब्रिटिश राज के खिलाफ अमेरिका में धीरे-धीरे आवाजें उठने लगी थी। परंतु यह आवाजें हिंसक नहीं थी। परंतु बोस्टन में एक आंदोलन के दौरान ब्रिटिश सैनिकों ने उन पर गोलियां चला दी जिसमें कई लोगों की जान गई और जिसके बाद अमेरिका की कॉलोनी में रहने वाले लोगों ने ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ हिंसक आंदोलन शुरू कर दिया। बोस्टन में हुई इस नरसंहार की घटना से ही अंग्रेजो के खिलाफ विद्रोह की शुरुआत हुई। यह घटना 1770 में हुई थी।
बोस्टन टी पार्टी : American Revolution का यह हिस्सा भारत से जुड़ा है, चलिए आप को समझाते हैं कैसे ? 1773 में ब्रिटिश राज ने एक tea act पास किया जिसके अनुसार ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के पास चाय बेचने का एकाधिकार था। जी हां वही ईस्ट इंडिया कंपनी जिसने भारत पर लंबे समय तक राज किया।
बोस्टन शहर में इसका काफी विरोध हुआ, बात यहां तक पहुंच गई कि ईस्ट इंडिया कंपनी की चाय बहुत बड़ी मात्रा में समुद्र में फेंक दी गई इसी घटना को बोस्टन टी पार्टी कहा जाता है। इसी को आधार बनाकर ब्रिटिश सरकार ने Intolerance act पास कर दिया जिससे अमेरिका की जनता और भी ज्यादा भड़क गई।
पहली अमेरिकी कॉन्टिनेंटल कांग्रेस : अंग्रेज सरकार यह समझ गई थी कि अमेरिका में उनका विरोध लगातार बढ़ रहा है इसलिए अमेरिकी नागरिकों को उन्हें कुछ ना कुछ तो देना पड़ेगा। इसीलिए उन्हें पहली अमेरिकन कॉन्टिनेंटल कांग्रेस बनाने का अधिकार दिया गया। परंतु इस संस्थान के पास कुछ ज्यादा ताकत नहीं थी वह केवल अंग्रेजो की कठपुतली बनकर रह गया।
इसके बाद एक और घटना हुई जहां पर अमेरिकी क्रांतिकारियों के हथियार वाली जगह ब्रिटिश सरकार ने बहुत सारे सैनिक भेज दिये जहां पर बहुत खून खराबा हुआ इसके बाद यह पूरा संघर्ष हिंसक रूप ले चुका था।
स्वतंत्रता की घोषणा : 4 जुलाई 1776 को अमेरिका के विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधियों ने मिलकर, डिक्लेरेशन आफ इंडिपेंडेंस पर हस्ताक्षर किए और इसके साथ ही अमेरिका ब्रिटिश राज के कब्जे से बाहर निकल गया। परंतु यह हस्ताक्षर केवल एक औपचारिकता मात्र थे, क्योंकि अभी हिंसक रूप से ब्रिटेन से अमेरिका को वापस लेना था और इसके लिए इस संस्था ने जॉर्ज वाशिंगटन को अमेरिकी सेना का सेनापति नियुक्त किया।
सेरटोगा ,यॉर्कटाउन और पेरिस : सेरटोगा के युद्ध में अमेरिकी क्रांतिकारियों को पहली बार ब्रिटिश राज के खिलाफ जीत मिली। यह युद्ध कई महीनों तक और चलता रहा और इसके बाद एक दिन यॉर्कटाउन में ब्रिटिश सैनिकों ने अपने हथियार डाल दिए। इसके पश्चात अमेरिकी क्रांतिकारियों और ब्रिटिश राज के मध्य में पेरिस शहर में संधि हुई जिसके पश्चात अमेरिका पूर्ण रूप से एक आजाद मुल्क बन गया।
हमें उम्मीद है कि अब आपको इस सवाल का जवाब पूरी तरह मिल गया होगा कि ,अमेरिका कब आजाद हुआ ? ऐसी ही अन्य रोचक जानकारियों के लिए हमारे साथ बने रहे ।